बिजऩेस रेमेडीज/जयपुर
एक्सिस बैंक फाउंडेशन (एबीएफ) ने नौजवान (नेक्स्टजेन) कारीगरों के लिए एंटरप्राइज डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की, जिसका उद्देश्य है, 300 से अधिक ग्रामीण कारीगरों को उनकी उद्यमशीलता क्षमताओं और कौशल को विकसित करने में मदद करना। यह कार्यक्रम 24 जून को इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ क्राफ्ट डिजाइन (आईआईसीडी), जयपुर में शुरू किया गया। इस पहली कार्यशाला का शुभारंभ एक्सिस बैंक फाउंडेशन की एग्जेक्यूटिव ट्रस्टी और सीईओ धू्रवी शाह, आईआईसीडी जयपुर की निदेशक और क्रिएटिव डिग्निटी की सलाहकार परिषद की सदस्य डॉ. तूलिका गुप्ता और क्रिएटिव डिग्निटी की अध्यक्ष मीरा गोराडिय़ा ने किया और इसमें इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ क्राफ्ट डिजाइन (आईआईसीडी) के कारीगर उद्यमी, छात्र और शिक्षक शामिल हुए। नौजवान कारीगरों के लिए एंटरप्राइज डेवलपमेंट प्रोग्राम देश भर में कारीगर उद्यमियों के उत्थान और भारत के कारीगर समुदाय के भीतर सतत विकास और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की दिशा में की गई पहल है।
सस्टेनेबल लाइवलीहुड प्रोग्राम के तहत, एबीएफ ने डिजिटल, व्यवसाय और विपणन कौशल विकसित करने, उन्हें व्यवसाय प्रबंधन और बाजार विकास से परिचित कराने के लिए कारीगरों की अगली पीढ़ी को प्रशिक्षित करने और तैयार करने के लिए क्रिएटिव डिग्निटी के साथ भागीदारी की है; जिससे उन्हें ऑनलाइन और ऑफलाइन प्लेटफॉर्म पर अपने व्यवसाय का विस्तार करने में सशक्त बनाया जा सके।
एक्सिस बैंक फाउंडेशन की एग्जेक्यूटिव ट्रस्टी और सीईओ, धू्रवी शाह ने लॉन्च के बारे में कहा कि कारीगर हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करते हैं और हस्तशिल्प देश के कई परिवारों के लिए आजीविका का एक महत्वपूर्ण साधन है। क्रिएटिव डिग्निटी के साथ साझेदारी में, हम रचनात्मकता और डिजाइन के मूलभूत कौशल का निर्माण कर रचनात्मक अर्थव्यवस्था की क्षमता का विस्तार करने के मिशन पर काम कर रहे हैं। नौजवान कारीगरों के लिए एंटरप्राइज डेवलपमेंट प्रोग्राम का उद्देश्य है, पारंपरिक कारीगरों के कौशल अंतर को पाटना ताकि वे आधुनिक बाजार के साथ से बिना किसी बाधा के जुड़ सकें।
