नई दिल्ली। इस्पात एवं विद्युत उत्पादन में अच्छी बढ़ोत्तरी के बल पर आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर मई में 5.1 प्रतिशत रही। वहीं सरकार ने इन क्षेत्रों की वृद्धि से जुड़े अप्रैल के आंकड़े में उल्लेखनीय संशोधन किया है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के बयान के मुताबिक कोयला, कच्चा तेल, इस्पात, सीमेंट और बिजली के उत्पादन में बढ़ोतरी होने की बदौलत अप्रैल, 2019 में आठ प्रमुख क्षेत्रों की वृद्धि दर का आंकड़ा पूर्व के 2.6 प्रतिशत से संशोधित होकर 6.3 प्रतिशत पर पहुंच गया है। इस संशोधन के साथ इन बुनियादी क्षेत्रों की वृद्धि की रफ्तार पिछले दस महीने में सबसे तेज हो गई। इससे पहले जुलाई, 2018 में इन क्षेत्रों की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रही थी। संयुक्त संयंत्र समिति (जेपीसी) द्वारा 17.2 प्रतिशत की सर्वाधिक बढ़ोतरी अप्रैल 2019 के इस्पात उत्पादन में की गई है। पिछले साल मई में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली उद्योग में कुल मिला कर 4.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। आलोच्य माह के दौरान इस्पात एवं विद्युत उत्पादन में क्रमश: 19.9 प्रतिशत एवं 7.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि, कच्चे तेल, रिफाइनरी उत्पादों एवं उर्वरकों के उत्पादन में गिरावट आई। चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों- अप्रैल व मई में इन आठ बुनियादी क्षेत्रों की वृद्धि दर 5.7 रही, जो पिछले साल की इसी अवधि में 4.4 प्रतिशत रही थी।
