बिजऩेस रेमेडीज/मुंबई
डीबीएस फाउंडेशन ने सामाजिक उद्यमों और छोटे और मध्यम उद्यमों (एसएमई) के लिए बिजनेस फॉर इम्पैक्ट ग्रांट अवार्ड की घोषणा की है। यह अवार्ड ऐसे उद्यमों को प्रदान किया जाएगा, जो प्रासंगिक सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों से निपटने के लिए इनोवेटिव सॉल्यूशन विकसित कर रहे हैं।
अब अपने नौवें वर्ष में, पुरस्कार उन व्यवसायों के विकास को पहचानने और प्रेरित करने के लिए डि?ाइन किए गए हैं, जिन्होंने अपने व्यावसायिक मॉडल में सामाजिक/पर्यावरणीय प्रभाव और वित्तीय लाभ दोनों को सफलतापूर्वक एकीकृत किया है और जो दीर्घकालिक विकास के लिए मजबूती से काम कर रहे हैं। एसएमई और सामाजिक उद्यम 15 जून 2023 तक अपने आवेदन जमा कर सकते हैं। पिछले साल की तरह, डीबीएस फाउंडेशन ने एसएमई श्रेणी की शुरुआत के साथ ग्रांट अवार्ड के मैंडेट का भी विस्तार किया है, ताकि इन व्यवसायों को अधिक सस्टेनेबल मॉडल की ओर बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। पहली किस्त होने के बावजूद 250 से अधिक एसएमई ने पुरस्कार के लिए आवेदन किया।
सुदर्शन चारी, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और हैड- एसएमई बैंकिंग, डीबीएस बैंक इंडिया ने कहा कि एसएमई ने सस्टेनेबल तौर-तरीकों को अपनाने की अपनी क्षमता और इच्छा का प्रदर्शन किया है। हालांकि, वे अक्सर सीमित संसाधनों और अपर्याप्त क्षमता और लक्ष्यों को हासिल करने के बारे में अनिश्चितता जैसी चुनौतियों का सामना करते हैं। डीबीएस फाउंडेशन के बिजनेस फॉर इम्पैक्ट ग्रांट अवार्ड का उद्देश्य ऐसे उद्यमों को सस्टेनेबल और प्रभाव-संचालित मॉडल में परिवर्तन करने में सहायता करना है। अनुदान के अलावा, हम सस्टेनेबल फाइनेंसिंग और इको सिस्टम से जुड़े अन्य सॉल्यूशन भी प्रदान करते हैं, ताकि उनकी परिवर्तन यात्रा को तेज किया जा सके। पिछले साल ग्रांट अवार्ड हासिल करने वाले 23 उद्यमों ने एशिया में सामूहिक रूप से दो मिलियन से अधिक लोगों के जीवन और आजीविका पर सकारात्मक रूप से असर डाला।
२०23 ग्रांट अवार्ड के माध्यम से एशिया के प्रमुख सामाजिक उद्यमों और एसएमई को मान्यता देगा डीबीएस फाउंडेशन
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