जयपुर। जवाहर कला केंद्र (जेकेके) में चल रहे दो दिवसीय हवेली संगीत कार्यक्रम के तहत शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुम्बई के पं. तिलक गोस्वामी द्वारा ताल चैताल में राग वृंदावन सारंग की प्रस्तुति के साथ इसकी शुरूआत हुई। इसके पश्चात उन्होंने राग गौरी में ‘अवनी का पद’ और धमार ताल ‘बनते आवत वेणु बजावत’ पेश किया। उन्होंने राग बागेशरी में ‘गोरी गोरी आवत मोही मनावत’ और मानता पद जैसी रचनाएं भी गाई। इसके बाद अजमेर के पं. चंद्रप्रकाश द्वारा प्रस्तुति दी गई। उन्होंने किशनगढ़ शैली में नागरीदास की रचना ‘दान केली जो मन बसे ताही कुछ ना सुहाये’ राग खामज में ‘ए हो लाल झूलिये नेक’ जैसी रचनाएं और आदि ताल की प्रस्तुतियां दी। इनके साथ तबला पर हीरालाल, पखावज पर केशव कुमावत, हारमोनियम पर हरिओम तथा तानपुरा पर गरिमा पांडे व नमन राव ने संगत दी।
आयात शुल्क बढ़ाने से घरेलू कपड़ा उद्योगों को मिलेगा लाभ : जयपुर चैम्बर
जयपुर। जयपुर चैम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्री के अध्यक्ष अशोक धूत एवं मानद सचिव अजय काला के अनुसार कपड़ों के आयात शुल्क को दोगुना करने से देश के घरेलू उद्योगों को लाभ होगा। उल्लेखनीय है कि सरकार ने वस्त्र एवं परिधान पर 20 प्रतिशत सीमा शुल्क कर दिया है, जो पहले 10 प्रतिशत था। इससे विदेशी कपड़े जहां महंगे हो जायेंगे। वहीं देश में ही उत्पादित कपड़े सस्ते होने से लोगों में उनके प्रति रूझान बढ़ेगा, जिससे घरेलू उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। उल्लेखनीय है कि घरेलू वस्त्र क्षेत्र में करीब 4.5 करोड़ लोग कार्यरत हैं, जिनमें अधिकांश गरीब तबके की महिलाएं बहुतायत से अपनी रोजी-रोटी कमाती हैं।
सरसों और चने की खरीद के लिए 4438.28 करोड़ रुपये जारी
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के निर्देश पर राजकीय एवं सहकारी संस्थाओं द्वारा समर्थन मूल्य पर सरसों एवं चने की फसलों की खरीद के लिए 4438.28 करोड़ रूपये जारी किए गए हैं। प्रदेश सरकार ने किसानों को उनके फसल उत्पादों का उचित मूल्य सुनिश्चित करने के लिए रबी की सरसों और चने की फसलों की खरीद के लिए विशेष प्रबंध किए थे। इसके चलते राजफैड सहित अन्य सहकारी संस्थाओं को कुल 4438.28 करोड़ रूपये फसलों की खरीद के लिए जारी किए गए हैं। किसानों को उनकी फसल खरीद भुगतान समय पर हो, इसके लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।
हरियाली मेले में शीतल जल की सेवाएं दी
उदयपुर। फतेहसागर की पाल पर दो दिवसीय परम्परागत हरियाली अमावस्या मेले में नारायण सेवा संस्थान द्वारा मेलार्थियों की सुविधा के लिए शीतल जल केन्द्र लगाए गए। यह जानकारी देते हुए संस्थान के दल्लाराम पटेल ने बताया कि ये जल केन्द्र सहेलियों की बाड़ी मार्ग एवं फतहसागर की पाल पर लगाए गए हैं, जहां संस्थान के साधक सेवाएं दे रहे हैं।
