नई दिल्ली। सार्वजनिक वित्त प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) संबंधी प्रौद्योगिकी में क्रांतिकारी नवाचारों के बल पर भारत वित्त प्रबंधन में पूरे विश्व में एक ईमानदार, उत्तरदायी और पारदर्शी देश के रूप में स्थापित हो गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि नयी सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) ने देश के लिए एक लाख करोड़ रुपये बचाए हैं। वित्त मंत्री ने रेखांकित किया कि पीएफएमएस अब विभिन्न बहुपक्षीय और वैश्विक मंचों पर सार्वजनिक वित्त प्रबंधन के क्षेत्र में एक विशिष्ट ब्रांड के रूप में पहचानी जाने लगी है।
सीतारमण ने कहा कि ये उपलब्धियां प्रतीकात्मक नहीं हैं बल्कि इनका सार्वजनिक सेवा वितरण प्रणाली पर वास्तविक और स्थायी प्रभाव पड़ा है। उन्होंने लेखा महानियंत्रक की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि न केवल यह देश को अधिक दक्ष और प्रभावी बना रहा है, बल्कि सार्वजनिक वित्त का उपयोग करने में अधिक प्रभावपूर्ण भी बना रहा है। वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि सीजीए का काम अस्पृहणीय है, क्योंकि अपने द्दष्टिकोण में कुशल और प्रगतिशील होने के साथ-साथ प्रौद्योगिकी को बनाए रखना एक निरंतर चुनौती है।
