Wednesday, October 16, 2024 |
Home » सस्ते रियल एस्टेट मार्केट में करें निवेश

सस्ते रियल एस्टेट मार्केट में करें निवेश

by Business Remedies
0 comments

नई दिल्ली। देश में बड़े पैमाने पर लोगों के पास घर नहीं है। इसलिए किराए पर घर देकर आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। 2017 में रेंटल रियल एस्टेट मार्केट के एक करोड़ यूनिट तक होने का अनुमान लगाया गया था, जिसकी वैल्यू 22 अरब डॉलर (1.53 लाख करोड़) थी। 2023 तक इसके बढ़कर 1.8 करोड़ यूनिट्स और वैल्यू 41 अरब डॉलर (2.85 लाख करोड़) होने की उम्मीद की जा रही है। रेंटल रियल एस्टेट मार्केट के लिए रेंट से आमदनी बढ़ाना हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है।
खासतौर से पिछले दो-तीन साल से कम किराए और पूंजी में अनुमान से कम बढ़ोतरी ने निवेशकों को नुकसान पहुंचाया है। हालांकि निवेश के बेहतर विकल्प, वैल्यू एडेड सर्विसेज और ऑनलाइन रेंटल कंपनियां देश के रियल एस्टेट मार्केट और निवेशकों के लिए खेल को बदलने वाले पहलू साबित हो सकते हैं। अगर आप नीचे दिए गए पहलुओं को ध्यान में रखें तो आप रेंट से आमदनी बढ़ा सकते हैं।
सस्ते घर में करें निवेश : मैजिकब्रिक्स के आंकड़ों के मुताबिक मिड-लेवल या लग्जरी सेगमेंट के मुकाबले किफायती घरों से ऊंची रेंटल यील्ड मिलती है। घरों की कैपिटल वैल्यू (प्रति वर्ग फुट) के आधार पर यील्ड में अंतर होता है। कई शहरों के रियल एस्टेट मार्केट के अध्ययन के बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि 6000 रुपए प्रति वर्ग फुट से कम कीमत वाली प्रॉपर्टी की एवरेज रेंटल यील्ड 3 फीसदी से ज्यादा है। वहीं 6000 रुपए प्रति वर्ग फुट से ज्यादा कीमत वाले प्रॉपर्टी की रेंटल यील्ड 2.4 फीसदी से 3 फीसदी के बीच है। इसका मतलब यह है कि ऊंची रेंटल यील्ड के लिए सस्ते घरों में निवेश करना चाहिए।
सस्ते रियल एस्टेट मार्केट में निवेश करें : घर खरीदने वाले लोगों को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि भले ही प्रॉपर्टी के दाम में व्यापक बढ़ोतरी नहीं हुई है लेकिन मेट्रो शहरों के कुछ माइक्रो-मार्केट और बड़े शहरों में प्रॉपर्टी के दाम वाजिब स्तर पर हैं और उनसे निवेशकों को बढिय़ा रिटर्न मिल सकता है। देश में प्रति वर्ग फुट एवरेज रेंटल यील्ड 3 फीसदी है लेकिन कुछ माइक्रो-मार्केट्स में यह 4.5 फीसदी के आस-पास है। आमतौर पर देखा गया है कि कम कीमत में घर खरीदने पर रेंटल यील्ड ऊंची होती है। कोलकाता में सबसे ज्यादा 3.9 फीसदी की रेंटल यील्ड है, वहीं बारासात और गरिया जैसे इलाकों में यह क्रमश: 4.4 फीसदी और 4.3 फीसदी है। कोलकाता के अलावा बेंगलुरु, हैदराबाद, गाजियाबाद और अहमदाबाद में भी रेंटल यील्ड ऊंची है।



You may also like

Leave a Comment

Voice of Trade and Development

Copyright @ Singhvi publication Pvt Ltd. | All right reserved – Developed by IJS INFOTECH