बिजऩेस रेमेडीज/जयपुर
जयपुर स्थित विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी, एनएएसी ए+ मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को अपना 7वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया। विश्वविद्यालय परिसर में रंगारंग समारोह में विभिन्न क्षेत्रों के 1252 छात्रों को उनकी डिग्री प्रदान की गई। समारोह में मुख्य अतिथि राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी सहित कई व्यक्तियों ने भाग लिया।
दीक्षांत समारोह की शुरुआत शैक्षणिक जुलूस के साथ हुई जिसमें गणमान्य व्यक्तिय कैंपस बैंड की धुन के साथ समारोह स्थल तक पहुंचे। गणमान्य व्यक्तियों ने मंच की शोभा बढ़ाई और उसके बाद पारंपरिक मंगलाचरण गीत और दीप प्रज्ज्वलन किया गया।
इस अवसर पर देवनानी ने कहा कि सीखना एक सतत प्रक्रिया है और लोग जीवन भर सीखते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की कड़ी मेहनत और समर्पण छात्रों के भविष्य को आकार देने में काफी मदद करती है। श्री देवनानी ने विद्यार्थियों से देश का जिम्मेदार नागरिक बनने का आह्वान किया। उन्होंने शिक्षा में उच्च मानकों को बनाए रखने और युवा स्नातकों को समाज और देश के विकास में योगदान देने के लिए तैयार करने में विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की।
स्वागत भाषण में विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) विजय वीर सिंह ने कहा कि दीक्षांत समारोह बहुत ही शुभ दिन पर हो रहा है; राष्ट्रीय युवा दिवस – स्वामी विवेकानन्द जी की जयंती जिनके विचारों का अनुसरण वीजीयू परिवार कर रहा है – उठो; जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।उन्होंने कहा कि वीजीयू छात्रों में चरित्र निर्माण, मन और आत्मविश्वास को मजबूत करने और बुद्धि का विस्तार करने पर ध्यान केंद्रित करने वाली शिक्षा प्रदान करने में विश्वास करता है। हमारा मानना है कि शिक्षा का अर्थ केवल रोजगार पाने के लिए डिग्री हासिल करना नहीं है। वीजीयू में, हम ऐसी शिक्षा में विश्वास करते हैं जो छात्रों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करती है। हम महिलाओं की शिक्षा के समर्थक हैं क्योंकि हमारा मानना है कि जब आप एक महिला को शिक्षित करते हैं, तब आप एक पीढ़ी को शिक्षित करते हैं। कुल मिलाकर, 1252 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई। 92 मेधावी छात्रों में से 40 छात्रों को स्वर्ण पदक, 27 को रजत पदक और 25 को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया।
प्रोफेसर सिंह ने अपने संबोधन में विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने और नवीनतम आईसीटी, अच्छी तरह से सुसज्जित और आधुनिक प्रयोगशालाओं और कक्षाओं, अत्याधुनिक स्टूडियो के साथ गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे की मदद से छात्रों के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय में सुविधाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा की आईटी सक्षम समृद्ध पुस्तकालय, ऊर्जा दक्षता और जल संरक्षण प्रयासों में योगदान देने के लिए, विश्वविद्यालय परिसर को बायो-गैस संयंत्र और सौर ऊर्जा संयंत्र के साथ सुदृढ़ किया गया है। उन्होंने कहा कि वीजीयू वास्तव में एक वैश्विक विश्वविद्यालय है, जिसमें भारत के लगभग सभी राज्यों और 16 अन्य देशों के 7500 से अधिक छात्र यूजी, पीजी और कृषि, इंजीनियरिंग संकायों में डॉक्टरेट स्तर पर 97 से अधिक कैरियर-उन्मुख कार्यक्रमों में अपनी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय लगातार अपने क्षितिज का विस्तार कर रहा है और विभिन्न विषयों में अधिक कार्यक्रम जोड़ रहा है जिसका उदाहरण इस वर्ष जोड़े गए कई नए कार्यक्रम शामिल हैं जिनमें बी.वी.ए. (पेंटिंग समकालीन कला); एम.वी.ए. (लिबरल आर्ट्स); एमए (मनोविज्ञान); एमए (पॉलिटिकल साइंस); एमएससी (डिजिटल एवं साइबरफोरेंसिक); जेएमसी में पीजी डिप्लोमा कार्यक्रम हैं।
पिछले कुछ वर्षों के दौरान, विश्वविद्यालय में नए प्रवेशित छात्रों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है, छात्रों की संख्या 2022-23 में 2354 से बढक़र 2023-24 में 3635 हो गई, जिससे 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर दर्ज की गई। वीजीयू को ऑनलाइन मोड में एमबीए, बीबीए, एमसीए, बीसीए, बीए, एमएससी (गणित) और एमए (अंग्रेजी) के कार्यक्रमों के लिए यूजीसी और एआईसीटीई से भी मंजूरी मिल गई है। इन कार्यक्रमों को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। इन कार्यक्रमों में शिक्षा के सुचारू और प्रभावी वितरण को सुनिश्चित करने के लिए वीजीयू ने सेंटर फॉरडिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजुकेशन (सीडीओई) की स्थापना की है, जो वर्चुअल लाइव सत्रों को शामिल करते हुए उपयोगकर्ता के अनुकूल शिक्षण प्रबंधन प्रणाली के माध्यम से नवीन शैक्षणिक वितरण के माध्यम से एक मजबूत शैक्षणिक अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। सीडीओई ने विवि. के प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल के साथ भी सहयोग किया है, जो अपने शिक्षार्थियों के लिए प्लेसमेंट सहायता प्रदान करता है।
