बिजनेस रेमेडीज/जयपुर
राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के चेयरमैन बाबूलाल गुप्ता ने कहा कि वर्तमान बैंकिंग सिस्टम में आमूल चूल परिवर्तन की जरूरत है।
गुप्ता सीतापुरा इंडस्ट्रियल एरिया स्थित जेईसीसी में चल रहे तीन दिवसीय 38वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार उद्योग अधिवेशन एवं एग्जीबिशन में सोमवार को दूसरे दिन सैसन ऑन बैंकिंग, फाइनेंस एंड इंश्योरेंस पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि बैंकिंग, उद्योग एवं व्यापार का टारगेट एक होना चाहिए कि किस तरह स्लो डाउन इकोनोमी को आगे बढ़ाया जाए। गुप्ता ने कहा कि व्यापारियों की एकजुटता के बूते ही वर्ष 1998 में मंडी कारोबारी चुंगी हटवाने में कामयाब हुए थे। और इसी एकजुटता के चलते वैट विसंगतियों को दूर किया गया था। इस सत्र को बैंक ऑफ बड़ौदा के जीएम विवेक सिंघल, जिज्ञासु शर्मा, कोटक महिन्द्रा बैंक के सीनियर मैनेजर विपिन जैन आदि ने भी संबोधित किया। दोपहर को हुए मंडी ओपन सैसन में चेयरमैन बाबूलाल गुप्ता ने देश के खाद्य उत्पाद व्यापारियों और खासकर मंडी कारोबारियों की विभिन्न तकलीफों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद से देश सचमुच बड़ी आर्थिक तकलीफ में आ गया है। एक कारोबारी का दूसरे कारोबारी से भरोसा उठ गया है। जीएसटी की परेशानियों का जैसे कोई अंत नहीं है। एमएसएमई डायरेक्टर वी.के. शर्मा तथा कृषि विपणन विभाग के अधिकारी एम.एल. गुप्ता ने भी सत्र को संबोधित किया। वी.के. गुप्ता ने न्य इंडस्ट्रियल पॉलिसी पर विस्तृत रूप से जानकारी दी।
सैसन ऑन एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट, एफएसएसएआई एंड फूड फोरटिफिकेशन को रीजनल डायरेक्टर राजेश सिंह ने संबोधित किया तथा व्यापारियों की समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया।