जयपुर। जीएसटी में रेडीमेड कपड़ों पर 5 और 12 प्रतिशत की दो कर दरें प्रस्तावित होने सेे व्यवसाय में बाधा आने पर जयपुर चैम्बर ने सरकार से मांग की है कि वे एक ही कर दर को प्रस्तावित करें, जिससे ग्राहकों और व्यवसाईयों को राहत मिले।
जयपुर चैम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्री के अध्यक्ष अशोक धूत एवं मानद सचिव अजय काला के अनुसार रेडीमेड कपड़ों पर एक हजार रुपये तक 5 प्रतिशत और एक हजार से ज्यादा होने पर 12 प्रतिशत का जीएसटी कर प्रस्तावित है। जिससे 100 रुपये अधिक की राशि होते ही 12 प्रतिशत की कर दर होने पर ग्राहक को 1100 रुपये पर 132 रुपये का कर देना होगा, जबकि 1000 रुपयों पर उसे 50 रूपये ही कर देना होता है। इस प्रकार ग्राहक को 100 रुपये अधिक होते ही 82 रूपये ज्यादा कर वहन करना होगा।
जिस पर ग्राहक और व्यवसाई के बीच मतभेद पैदा होता रहता है। ऐसे में जयपुर चैम्बर ने सरकार से मांग की है कि रेडीमेड कपड़ों पर एक ही एक दर प्रस्तावित की जाये।
इसी प्रकार जयपुर चैम्बर टैक्सटाइल्स कमेटी के संयोजक राजेन्द्र सेठी के अनुसार पहले सभी प्रकार के रेडीमेड कपड़ों पर 5 प्रतिशत का कर था और अब 5 और 12 प्रतिशत की दो स्लैब लगा देने से व्यापारी और ग्राहकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
![](https://www.businessremedies.com/wp-content/uploads/2024/09/Digital-Marketing-Social-Media-and-Instagram-Post-1-2-1.png)