नई दिल्ली। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) और बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) के खाताधारकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। यूबीआई ने कहा कि उसने विभिन्न परिपक्वता अवधि के कर्ज पर कोष की सीमान्त लागत (एमसीएलआर) आधारित ब्याज दर में 0.10 प्रतिशत की कमी है। बैंक ने कहा कि उसने सभी परिपक्वता अवधि के लिए एमसीएलआर आधारित दर में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है। नई दरें 11 जनवरी (शनिवार) 2020 से लागू हुई। एक वर्ष की अवधि के कर्ज के लिए एमसीएलआर दर 8.10 प्रतिशत होगी। यूबीआई ने कहा कि जुलाई 2019 के बाद से बयाज दर में यह लगातार नौवीं कटौती है।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी की एमसीएलआर में की कटौती: बैंक ऑफ बड़ौदा ने शेयर बाजार को बताया कि एक महीने की अवधि के लिए अपनी एमसीएलआर दर को 7.65 प्रतिशत से घटाकर 7.60 प्रतिशत कर दिया है। बैंक ने कहा कि अन्य परिपक्वता अवधि के ऋण की दरें पहले की ही तरह रहेंगी। बैंक ने बताया है कि एमसीएलआर में इस नए रिवीजन को 12 जनवरी 2020 से लागू कर दिया जाएगा। इसी के साथ इस बीओबी में एक रात के लिए एमसीएलआर टेन्योर के लिए 7.65 फीसदी, एक महीने के लिए 7.60 फीसदी, तीन मीहने के लिए 7.80 फीसदी, छह महीने के लिए 8.10 फीसदी और एक साल के लिए 8.25 फीसदी हो गया है। इससे पहले 3 जनवरी को इंडियन बैंक ने भी विभिन्न परिपक्वता अवधि के लिए को रिवाइज किया था। इंडियन बैंक ने 1 रात की परिपक्वता अवधि वाले एमसीएलआर को 7.95 फीसदी से घटाकर 7.90 फीसदी किया था।
