जयपुर। सामुदायिक सेवा को मूल में रखकर किया जाने वाला कारोबार सही मायनों में सबसे टिकाऊ बिजनेस मॉडल माना जाता है। वैश्विक स्तर पर फैमस मैनेजमेंट गुरू चाल्र्स हैंडी ने जयपुर रग्स के बिजनेस मॉडल का अध्ययन कंपनी संस्थापक नंद किशोर चौधरी के साथ राजस्थान के विभिन्न गांवों का दौरा किया।
हैंडी के अनुसार पुरी दुनिया में प्रकृति को बर्बाद कर बिजनेस किया जा रहा है जो कि दीर्धावधि तक स्थायी नहीं रह सकता है। वहीं बिजनेस स्थायी होंगे जो प्रकृति की सुरक्षा करने के साथ अंतिम आदमी के जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव ला सकेंगे। उन्होंने बताया कि जयपुर रग्स ने रग्स बुनकरों को आधुनिक तकनीक के माध्यम से पूरी दुनिया के साथ प्रत्यक्षतौर पर जोड़ दिया है।
घरेलू मार्केट में कंपनी ने बढ़ाया फोकस: कंपनी संस्थापक नंद किशोर चौधरी ने बताया कि वर्तमान में कंपनी प्रतिवर्ष करीब १५० करोड़ रुपये का कारोबार करती है। कंपनी को अपने कुल कारोबार का करीब ९५ प्रतिशत विदेशों से और ५ प्रतिशत घरेलू बाजार से प्राप्त हो रहा है। चौधरी ने बताया कि कंपनी के जयपुर और दिल्ली में रिटेल ऑउटलेट स्थापित हैं और कंपनी मुम्बई लोअर परेल में तीसरा रिटेल ऑउटलेट शुरू करने जा रही है।
मैनेजमेंट गुरु चार्ल्स हैंडी ने जयपुर रग्स के बिजनेस मॉडल को बताया ‘ बॉटम अप’ अप्रोच वाला
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