बिजनेस रेमेडीज/नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल कहा कि दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी ऐपल भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने को लेकर कार्य कर रही है, ये भारत में पिछले कुछ सालों अच्छे हुए व्यवसायिक मौहाल के कारण संभव हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत, अच्छी कानून व्यवस्था और पारदर्शी सरकारी नीतियों के साथ व्यापार मॉडल की पेशकश करता है जो इसे विदेशी निवेशकों के लिए निवेश का एक पसंदीदा स्थान बना रहा है।
सीआईआई द्वारा आयोजित बी20 इंडिया इंसेप्शन मीटिंग में देश में सफल विदेशी निवेशों के बारे में बातचीत करते हुए गोयल ने कहा कि ऐपल की कुल मैन्युफैक्चरिंग का 5-7 प्रतिशत हिस्सा भारत में बनता है। कंपनी की योजना भविष्य में इसे 25 प्रतिशत तक ले जाने की है। ऐपल ने हाल ही लॉन्च किया नया आईफोन भी भारत में ही बनाया जा रहा है। अर्थ मूवर्स मशीन सेक्टर की एक विदेशी कंपनी का उदाहरण देते हुए गोयल ने कहा कि भारत में मैन्युफैक्चरिंग में प्रतिस्पर्धात्मकता के कारण, वह फर्म अब दुनिया के 110 देशों को अपने उत्पादों का निर्यात कर रही है।
60,000 लोगों को मिलेगा रोजगार: दूरसंचार और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नवंबर 2022 में कहा था कि भारत में ऐपल आईफोन बनाने की सबसे बड़ी इकाई बेंगलुरु के पास होसुर में आ रही है, जो लगभग 60,000 लोगों को रोजगार देगी। बता दें, भारत में ऐपल के लिए मैन्युफैक्चरिंग फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन जैसी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियां करती हैं।