बिजनेस रेमेडीज/नई दिल्ली। विकसित एवं विकासशील देशों के समूह जी20 में भारत के ‘शेरपा’ अमिताभ कांत ने मंगलवार को कहा कि भारत अन्य देशों के साथ मिलकर डिजिटल सार्वजनिक ढांचे को बढ़ावा देगा ताकि वित्तीय समावेशन एवं सेवा आपूर्ति को बेहतर किया जा सके।
भारत एक दिसम्बर से जी20 का औपचारिक रूप से अध्यक्ष पद संभालने जा रहा है। फिलहाल इस समूह की कमान इंडोनेशिया के पास है। अमिताभ कांत ने कहा कि भारत जी20 की अध्यक्षता ऐसे समय संभालने जा रहा है जब दुनिया उथलपुथल भरे दौर से गुजर रही है। उन्होंने यूरोप में पैदा हुए भू-राजनीतिक तनाव और कोविड काल में 20 करोड़ लोगों के गरीबी रेखा के नीचे जाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ”इस समय वैश्विक ऋण का बड़ा संकट है। दुनिया में करीब 70 देश इस संकट का सामना कर रहे हैं। बाधित हो चुकी वैश्विक आपूर्ति शृंखला की चुनौती भी है। इसके अलावा जलवायु परिवर्तन के मोर्चे पर भी कदम उठाने हैं। लेकिन हरेक संकट अपने आप में एक अवसर भी है। मेरा मत है कि यह भारत के लिए एक बड़ा अवसर है। उन्होंने कहा कि जी20 के सदस्य देशों के साथ मिलकर भारत डिजिटल सार्वजनिक ढांचे को बढ़ावा देने का काम करेगा ताकि वित्तीय समावेशन को मजबूती दी जा सके, सेवा की आपूर्ति बेहतर की जा सके और महिलाओं की स्थिति में सुधार लाया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत का प्रौद्योगिकी-समर्थित डिजिटल सार्वजनिक ढांचा मॉडल अपने गतिशील उद्यमियों के दम पर दुनियाभर में सबसे अच्छा है।
इस कार्यक्रम में देश की प्रमुख दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा कि भारत जी20 मंच की अध्यक्षता का इस्तेमाल दुनिया में समरसता लाने में कर सकता है। उन्होंने कहा कि गरीबी एवं भुखमरी जैसे बड़े मसलों का हल निकालने की जरूरत है।