जयपुर। उद्योग आयुक्त डॉ. कृष्णाकांत पाठक ने कहा है कि भागीदारी फर्मों के रेकार्ड को डिजिटाइज्ड किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अक्टूबर, 2017 से प्रदेश में भागीदारी फर्मों का पंजीयन जिला स्तर पर किया जा रहा है और इसकी ऑनलाईन व्यवस्था है।
उद्योग आयुक्त उद्योग भवन मेें भागीदारी फर्मों की ऑनलाईन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2017 से शुरु की गई ऑनलाईन व्यवस्था से पहले राज्य स्तर पर पंजीयन होता था और पंजीयन के लिए उद्योग विभाग में रजिस्ट्रार ऑफ फर्मस को आवेदन करना होता था। उन्होंने बताया कि 2017 से पूर्व की रजिस्टर्ड भागीदारी फर्मों को डिजिटाइज्ड करवाया जाएगा और जिलों में ही डिजिटाइज्ड रेकार्ड उपलब्ध होने से संबंधित भागीदारी फर्मों को इससे संबंधित कार्यों व किसी तरह के बदलाव आदि के लिए जिला उद्योग केन्द्रों में ही आवेदन कर संशोधन आदि करवाया जा सकेगा।
डॉ. पाठक ने बताया कि इससे जिलों से मुख्यालय स्तर पर नहीं आना होगा। वहीं डिजिटाइज्ड होने से रेकार्ड का उचित व वैज्ञानिक संधारण संभव हो सकेगा।
उपनिदेशक उद्योग चिरंजीलाल ने बताया कि जिला स्तर पर भागीदारी फर्मों के रजिस्ट्रेशन सहित अन्य कार्य हस्तांतरित होने से अब डिजिटाइज्ड रेकार्ड जिला स्तर पर उपलब्ध हो सकेगा। इस दौरान राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र एनआईसी के योगेष सिंह परमार ने प्रगति जानकारी दी। बैठक में उपनिदेशक निधि शर्मा व अन्य उपस्थित थे।
भागीदारी फर्मों के रेकार्ड को किया जायेगा डिजीटल : उद्योग आयुक्त पाठक
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