जयपुर। जयपुर के बिड़ला सभागार में शुरू हुए 10 दिवसीय सिल्क एक्सपो में बनारसी सिल्क की डिफरेंट वैराइटीज को कारीगरों की ओर से पेश किया गया। जिसमें किनखाब साड़ी, जामदानी पटोला, जरी सिल्क वर्क जैसी डिफरेंट वैराइटीज अवलेबल थी। एक्सपो में खासतौर पर बनारसी सिल्क वर्क ने अपनी जगह बनाई। बनारसी सिल्क के अलावा यहां लद्दाख सिल्क, अरिनी सिल्क, जॉर्जेट सिल्क, शिफॉन सिल्क, तस्सार सिल्क, मूगा , ऐरी और मलबरी सिल्क जैसी विभिन्न वैराइटीज भी उपलब्ध थी। इसके अलावा कश्मीरी सिल्क वर्क में पशमीना शॉल और स्टोल्स की भी विभिन्न वैराइटीज उपलब्ध थी।
भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय से रजिस्टर्ड ग्रामीण हस्तकला विकास समिति की ओर से आयोजित इस भव्य प्रदर्शनी व सेल में देश के विविध प्रांतों की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय वैरायटी का चुनिंदा संग्रह प्रदर्शित किया गया है। यहां प्रस्तुत हर साड़ी एवं ड्रैस मटेरियल अपने-आप में अद्वितीय और मनमोहक है। इस विशिष्ट संग्रह में तमिलनाडु से कोयम्बटोर सिल्क, कांजीवरम् सिल्क, कर्नाटक से बेंगलूर सिल्क, क्रेप और जॉर्जेट साड़ी, बेंगलूर सिल्क, रॉ सिल्क मैटेरियल, आन्ध्र प्रदेश से कलमकारी, पोचमपल्ली, मंगलगिरी डै्रस मैटेरियल उपाडा, गडवाल, धर्मावरम, प्योर सिल्क जरी साड़ी, बिहार से टसर, कांथा, भागलपुर सिल्क ड्रेस मटेरियल, पंजाबी फुलकारी वर्क सूट व ड्रैस मैटेरियल, ब्लॉक हैण्डप्रिन्ट, खादी सिल्क एवं कॉटन ड्रेस मेटेरियल सम्मिलित किये गये हैं।
बिड़ला ऑडिटोरियम में बनारसी सिल्क वर्क से सजा सिल्क एक्सपो
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