जयपुर। ज्वैलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय काला ने केन्द्रीय सरकार द्वारा अंतरिम बजट में दी गई छूटों का स्वागत किया, परन्तु रत्न एवं आभूषण उद्योग को राहत नहीं दिया जाना उन्होंने आश्चर्यजनक बताया।
एसोसिएशन द्वारा अद्र्ध मूल्यवान रत्नों पर आयात शुल्क को 7.5 प्रतिशत से 2.5 प्रतिशत करने, स्वर्ण आयात पर 10 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी को 4 प्रतिशत करने व बैंकों से जौहरियों को ऋण देने पर लगी पाबंदी को हटाने की मांग बहुत समय से की जा रही थी, लेकिन बजट में कोई भी राहत नहीं मिलना इस उद्योग के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लगायेगा।
जबकि देश के कुल निर्यात में जवाहरात उद्योग का योगदान 14 से 16 प्रतिशत है। जयपुर के मूल्यवान व अद्र्ध मूल्यवान रत्न उद्योग को हीरा उद्योग के समान दर्जा देकर जीएसटी को 0.25 प्रतिशत करने की भी मांग एसोसिएशन द्वारा की जा
रही थी।
बजट में रत्न एवं आभूषण उद्योग को राहत नहीं मिलना आश्चर्यजनक : संजय काला
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