जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने गुरुवार को उद्योग भवन में प्रमुख निर्यातक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ विचार विमर्श किया। बैठक में निर्यात संवद्र्धन परिषद के प्रस्तावित प्रारुप को और अधिक कारगर बनाने के लिए सुझाव हेतु एक अनौपचारिक कमेटी का भी गठन किया गया। अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में सभी संभावित क्षेत्रों से निर्यात के अवसर बढ़ाने में सहभागी बनना चाहती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व औद्योगिक और निर्यातक संगठनों के परस्पर सहयोग व समन्वय से निर्यात संवद्र्धन परिषद का इस तरह से गठन किया जाए जिससे प्रदेश के प्रदेश के निर्यातकों के लिए यह परिषद उपादेय व सहभागी बन सके। आयुक्त डॉ. कृृष्णाकांत पाठक ने राजस्थान निर्यात संवर्द्धन परिषद के गठन के संभावित बिन्दुओं पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि जनघोषणा पत्र व बजट में निर्यात संवर्द्धन परिषद के गठन की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि इसके लिए विभाग द्वारा आरंभिक तैयारियां शुरु कर दी गई है।बैठक में सर्वसम्मति से फोरे के अनिल बक्षी, जैम्स ज्वैलरी ईपीसी के क्षेत्रीय निदेशक संजय सिंह, राजस्थान चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स के एके गोदिका, सीआईआई के भुवनेष षर्मा, फीओ के राजस्थान हेड भूपेन्द्र सिंह और फिक्की के गिरीष गुप्ता की कमेटी बनाई गई। कमेटी के सदस्य व उद्योग विभाग के सहायक निदेषक श्री राजीव गर्ग इसी माह जल्द से अल्द अपनी बैठके आयोजित कर निर्यात संवर्द्धन परिषद के प्रारुप को अंतिम रुप देकर प्रस्तुत करेगी। बैठक में फोरे के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने सुझाव दिया कि प्रदेश के सभी उद्योगों के उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए इस परिषद में सभी की भागीदारी तय की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा साफ है और वह प्रदेष से विदेषों में निर्यात को प्रमोट करने के लिए इस तरह की परिषद बनाने के लिए जनघोषणा पत्र में प्रतिवद्धता व्यक्त की है।
इसी प्रकार राजस्थान चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स के मानद अध्यक्ष के.एल. जैन ने कहा कि निर्यात संवद्र्धन परिषद की संरचना इस तरह से हो जिसमें सरकारी सहयोग के साथ ही स्वाचत्तता भी हो। पहीं सीआईआई के अध्यक्ष अनिल साबू, सीडोस के अशोक धूत, केन्द्र सरकार के उपमहानिदेशक विदेश व्यापार सी.के. मिश्रा, कॉरपेट ईपीसी के महावीर शर्मा, ज्वैलरी ईपीसी के प्रमोद कुमार अग्रवाल तथा फोरहेक्स के जसवंत मील उपस्थित थे।