नई दिल्ली (हि.स)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के 65वें स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ करते हुए कहा कि डेटा की सुरक्षा करना उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना कि सीमाओं की सुरक्षा करना।
वित्त मंत्री सीतारमण ने विज्ञान भवन के प्लेनरी हॉल में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए भारत में तस्करी रिपोर्ट 2021-22 का अनावरण भी किया, जो संगठित तस्करी के रुझान, वाणिज्यिक धोखाधड़ी और अंतर्राष्ट्रीय प्रवर्तन संचालन और सहयोग का विश्लेषण करती है। सीतारमण ने राजस्व खुफिया अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि डेटा की सुरक्षा करना उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना कि सीमाओं की सुरक्षा करना। वित्त मंत्री ने वर्ष 2022 के लिए डीआरआई वीरता का पुरस्कार मिशाल क्वीनी डी कोस्टा, उप निदेशक, डीआरआई और बिपुल बिस्वास, एसआईओ, डीआरआई को दो अलग-अलग नशीले पदार्थों के मामलों में संदिग्धों को पकडऩे में उनकी बहादुरी के अनुकरणीय कार्य के लिए प्रदान किया गया है। इस अवसर पर सीतारमण के साथ वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी, राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा और केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के अध्यक्ष विवेक जौहरी भी मौजूद रहे।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम में इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ एशिया प्रशांत क्षेत्र के 22 सीमा शुल्क प्रशासकों को भी आमंत्रित किया गया है। डीआरआई के स्थापना दिवस कार्यक्रम के इस में आठवें क्षेत्रीय सीमा शुल्क प्रवर्तन की बैठक भी होगी। डीआरआई, तस्करी विरोधी मामलों पर देश की सर्वोच्च खुफिया और प्रवर्तन एजेंसी है, जो 4 दिसंबर, 1957 को अस्तित्व में आई। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है और देश में निदेशालय की 12 क्षेत्रीय इकाइयां, 35 क्षेत्रीय इकाइयां और 15 उप-क्षेत्रीय इकाइयां हैं।