कोटा। झालावाड रोड पर आयोजित ‘कॅरियर उत्सवÓ का शुभारंभ बुधवार को जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा, एलन निदेशक नवीन माहेश्वरी, गोविन्द माहेश्वरी, कॅरियर पॉइंट के निदेशक प्रमोद माहेश्वरी, वायब्रेंट निदेशक एम.एस.चौहान, मोशन निदेशक नितिन विजय, न्यूक्लियस निदेशक अमरनाथ आनंद, सर्वोत्तम निदेशक जितेन्द्र चांदवानी, बंसल क्लासेज के डायरेक्टर समीर बंसल ने किया। मेगा डोम में देश की 60 यूनिर्वसिटी, कंसलटेंट व एजुकेशनल गु्रप ने विद्यार्थियों को कक्षा-12 वीं के बाद इंजीनियरिंग, मेडिकल, डिजाइनिंग, कम्प्यूटर, टेक्नोलॉजी व एग्रीकल्चर में नवीनतम कोर्सेज एवं हर फील्ड में नए कॅरिअर विकल्पों की जानकारी दी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर ने कहा कि कॅरियर उत्सव के आयोजन से निश्चित रूप से कोटा में रहकर अपने सुनहरे भविष्य का सपना देखने वाले कोचिंग छात्रों को इसका फायदा मिलेगा, उन्हें कॅरियर के बेहतरीन विकल्प मिलेंगे। उन्होंने एक व दो फरवरी 2020 को कोटा में स्टडूेंट्स के लिए मनोरंजन आधारित कार्यक्रम कोका के लिए स्टूडेंट्स को फन, म्यूजिक व मस्ती के लिए प्रतिभा दिखाने को तैयार रहने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही जिला कलेक्टर व शिक्षाविदों ने कोका के पोस्टर का विमोचन भी किया।
कॅरियर उत्सव के फाउंडर श्रीपाल जैन ने बताया कि पहले दिन एलन, वायब्रेंट, रेजोनेंस, मोशन, कॅरिअर पॉइंट, न्युक्लियस, सर्वोत्तम, बीट्रिक्स सहित सभी कोचिंग संस्थानों व स्कूलों के हजारों विद्यार्थियों में जबर्दस्त उत्साह दिखाई दिया। परिसर में बने विशाल डोम में 60 सेे अधिक नेशनल यूनिवर्सिटी व कॉलेजों के स्टॉल्स पर विद्यार्थियों ने नये कोर्सेस की जानकारी ली। उत्सव में एक्सपर्ट द्वारा पैनल डिस्कशन, इंजीनियरिंग के अतीत, वर्तमान कंडीशन व फ्यूचर के बारे में भी बताया गया।
उन्होंने बताया कि कॉनक्लेव में पहले दिन में उमड़ा उत्साह विद्यार्थियों के मन में छिपी जिज्ञासा को दर्शाता है। साइंस, कॉमर्स व आटर्स के हजारों विद्यार्थियों को कक्षा-12वीं के बाद उच्च शिक्षा के बेहतरीन विकल्प एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलने से बहुत लाभ हुआ। वाइस कंसल्टेंट्स के निदेशक डॉ. सौरभ माहेश्वरी ने बताया कि कॉनक्लेव में विद्यार्थियों को कॅरियर पर आधारित पुस्तक भी वितरित की गई। उन्होंने विद्यार्थियों को सेमीनार में अच्छे कॉलेज का चयन कैसे करें, इसके लिए फैकल्टी, लेब-लाइब्रेरी, रिक्वायर्ड। इन चीजों को देखे बिना किसी भी कॉलेज का चयन नहीं करना चाहिए।
इस अवसर पर बैंगलौर की एसआरएम यूनिर्वसिटी के डॉ. मोहन ने बताया कि मेडिकल के अलावा बायोमेडिकल में भी कॅरियर है। जिसमें स्टूडेंट को दवाई बनाना, सिरप बनाना सिखाया जाता है। आजकल नई-नई बीमारियां बढ़ रही है, उसके लिए दवाएं खोजना सिखाया जाता है। जिससे क्षेत्र में डॉक्टर से भी ज्यादा कमाई हो सकती है। क्योंकि डॉक्टर प्रिस्क्रिप्शन तभी लिखेगा जब किसी बीमारी की दवाई बनेगी। इसलिए इस क्षेत्र में भरपूर अवसर हैं।
वहीं पीईएस यूनिर्वसिटी के दीपक आनंद ने बताया कि पीईएस यूनिर्वसिटी में स्टूडेंट्स को इंजीनियरिंग के अलावा लॉ, डिजाइन, आर्किटेक्चर, कॉमर्स व फार्मेसी व अन्य कोर्स। इसके अलावा इसी गु्रप का पीईएस मेडिकल कॉलेज व 750 बैड का हॉस्पीटल भी संचालित है। यह बैंगलौर की नंबर वन यूनिर्वसिटी है। यहां इंजीनियरिंग को प्रमोट करने के लिए आए हैं। कॉलेज में दो मुख्य स्कॉलरशिप एमआरडी स्कॉलरशिप, प्रो. सीएनआर राव में क्लास में टॉप 20 में रहने पर 40 प्रतिशत ट्यूशन फीस में स्कॉलरशिप मिलती है। एडमिशन के लिए एंट्रेंस एक्जाम मई में होता है, जिसके प्रवेश प्रारंभ हैं। यूनिर्वसिटी का प्लेसमेंट भी 90 प्रतिशत है।