नई दिल्ली
प्रमुख उत्पादक राज्यों, खासकर, केरल, में पिछले कुछ दिनों से हो रही विनाशकारी वर्षा तथा कर्नाटक में तेजी आने से बाजार की आंतरिक धारणा तेजी की बन गई है। आगामी समय में कालीमिर्च में करीब 10-15 रुपए प्रति किलोग्राम की तेजी आने का अनुमान है।
भारी वर्षा और बाढ़ की वजह से कालीमिर्च के प्रमुख उत्पादक राज्य, केरल, में परिस्थितियां बद से बदतर होती जा रही हैं। ईदुक्की बांध से पिछले करीब 26 वर्षों में पहली बार पानी छोड़ा गया है। वायनाड़, ईदुक्की, कोच्चि आदि क्षेत्रों में जगह-जगह बाढ़ आने की खबरें आ रही हैं। इसकी वजह से व्यापारिक गतिविधियां ठप्प हो गई हैं। इससे पूर्व कोच्चि मंडी में कालीमिर्च 15 रुपए तेज होकर 355/365 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर जा पहुंचने की जानकारी मिली थी। एक और महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि भारी वर्षा तथा आपूर्ति की तंगी बनी होने के कारण कर्नाटक की मंडियों में मरकरा कालीमिर्च भी काफी तेज होने की जानकारी मिली। मरकरा कालीमिर्च कुछ समय पूर्व नीचे में 280/300 रुपए पर आ जाने के बाद फिलहाल इसकी कीमत 370/380 रुपए पर बनी होने की जानकारी मिली। इतना ही नहीं, यह और तेज होकर जल्दी ही 400 रुपए पर जा पहुंचने की उम्मीद भी व्यक्त की जा रही है। करेल के गांव-देहातों के कच्चे-पक्के रास्ते बंद होने तथा शहरी क्षेत्रों में भी सडक़ें टूट जाने की खबरें आ रही हैं। इधर-उधर से स्थानीय थोक किराना बाजार सहित देशभर के प्रमुख बाजारों में कालीमिर्च के इधर-उधर से आने वाले मालों की आवक अब सीमित होने लगी है। केरल में मौसम प्रतिकूल बना होने और आपूर्ति तंग पडऩे से स्थानीय थोक किराना बाजार में कालीमिर्च मरकरा पिछले कुछ समय से 360/365 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर स्थिर बनी हुई है। उधर, अंतर्राष्टï्रीय बाजार में भारतीय कालीमिर्च लगातार मंदी हो रही है। अंतिम सूचना के समय इसकी कीमत 3.31 डॉलर प्रति किलोग्राम पर बनी हुई है। पिछले वर्ष की समीक्षागत अवधि में भारतीय कालीमिर्च की अंतर्राष्टï्रीय कीमत 5.40 डॉलर थी। इस आधार पर देखें तो इस दौरान इसमें 2.09 डॉलर या 38.70 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। चालू सीजन में भारत में कालीमिर्च का उत्पादन बढक़र करीब 64 हजार टन होने का अनुमान है। उधर, हाल ही में खत्म हुए वित्त वर्ष 2017-18 में 820.78 करोड़ रुपए मूल्य की 16,840 टन कालीमिर्च का निर्यात हुआ है। बीते वित्त वर्ष में इसकी 17,600 टन मात्रा का निर्यात हुआ था और इससे 1143.12 करोड़ रुपए की आय हुई थी। स्पष्टï है कि इस इस बार मात्रा के आधार पर कालीमिर्च के निर्यात में 4 प्रतिशत की मामूली कमी आई है लेकिन आय 28 प्रतिशत लुढक़ गई। इसका प्रमुख कारण यह है कि इस दौरान कालीमिर्च की औसत आय 487.40 रुपए प्रति किलोग्राम रही, जोकि इससे पूर्व वित्त वर्ष में 649.50 रुपए थी। आगामी समय में कालीमिर्च में 10-15 रुपए की तेजी आने की उम्मीद की जा रही है।
(एनएनएस)
कालीमिर्च में 10/15 रुपए तेजी की उम्मीद
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