बिजनेस रेमेडीज़/जयपुर। राजस्थान के पर्यटन मंत्री, विश्वेन्द्र सिंह द्वारा ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखना लाया रंग। जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने होटलों व अन्य पर्यटन इकाइयों की औद्योगिक क्षेत्रों में विद्युत कटौती के आदेश आज वापस ले लिए हैं। मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने होटलों में 10 घंटे बिजली कटौती को लेकर नाराजगी जताते हुए राज्य के ऊर्जा मंत्री, भंवर सिंह भाटी को मंगलवार (23 मई) को पत्र लिखा था। मंत्री विश्वेन्द्र ने पत्र में पर्यटन व्यवसाय को आवश्यक सेवा मानते हुए होटलों को पीक डिमांड की 5 प्रतिशत बिजली उपयोग करने की पाबंदी से मुक्त रखने की मांग की थी।
गौरतलब है कि ऊर्जा विभाग के अधीन डिस्कॉम्स द्वारा होटलों व अन्य पर्यटन इकाइयों को औद्योगिक क्षेत्रों में विद्युत कटौती के नोटिस भेजे जा रहे थे। जिसमें होटलों व पर्यटन इकाइयों को प्रत्येक बृहस्पतिवार, अप्रैल 2023 की पीक डिमांड का शाम 7 बजे से सुबह 5 बजे तक 5 प्रतिशत ही उपयोग में लेने हेतु पाबंद किया गया था।
मंत्री विश्वेन्द्र ने पत्र में कहा था कि पर्यटन एक ‘लार्जर पब्लिक इंटरेस्ट’ का विषय है एवं सेवा क्षेत्र है, जिसमें पर्यटकों के 24 घंटे सेवाएं दी जाती हैं। परंतु फैक्ट्री और होटल एक नहीं हैं। फैक्ट्री में मैन्युफैक्चरिंग होती है, जिसे रात के समय बंद किया जा सकता है, लेकिन होटल्स में पर्यटक रूकते हैं, जहां पर्यटकों के लिए रात को भी बिजली होना जरूरी है। ऐसे में यदि होटलों में बिजली नहीं रहेगी तो वहां रूकेगा कौन। इसीलिए उन्होंने पर्यटन व्यवसाय को आवश्यक सेवा मानते हुए होटलों व अन्य इकाईयों को इस पाबंदी से मुक्त रखने की मांग की थी। ताकि ये उद्योग सुचारू रूप से चल सकें और वर्तमान में शादी विवाह के संचालन में व्यवधान उत्पन्न नहीं हो।
औद्योगिक क्षेत्रों में होटलों व पर्यटन इकाइयों में विद्युत कटौती के आदेश लिए वापस
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