वॉशिंगटन। अमेरिका में लगभग 2 लाख भारतीय छात्रों के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है। अमेरिका ने बाहरी देशों से आए छात्रों के लिए पॉलिसी सख्त कर दी है जिसके तहत स्टूडेंट स्टेटस का उल्लंघन करने के अगले ही दिन से छात्र और उनके परिजनों की अमरीका में मौजूदगी गैरकानूनी मानी जाएगी, भले ही वीजा अवधि खत्म नहीं हुई हो। नए प्रावधान लागू हो गया है। पहले नियम यह था कि जिस दिन दोष साबित होता या फिर आप्रवासी मामलों का जज आदेश जारी करता था, उस दिन से अमरीका में रहना अवैध माना जाता था। नई नीति के मुताबिक 180 दिन तक अनाधिकृत रूप से रहने वाले छात्रों की अमरीका में फिर से एंट्री पर 10 साल की रोक लगाई जा सकती है। कोई छात्र संस्थान में पूरा समय नहीं देगा तो यह स्टूडेंट स्टेटस के नियमों का उल्लंघन माना जाएगा। पढ़ाई पूरी होने पर मिलने वाले ग्रेस पीरियड से ज्यादा अमरीका में रुकने या अनाधिकृत रूप से नौकरी करने पर भी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। मरीका में चीन के बाद सबसे ज्यादा संख्या भारतीय छात्रों की है।
2017 की ओपन डोर रिपोर्ट के मुताबिक भारत के 1.86 लाख छात्र अमरीका में पढ़ाई कर रहे हैं। अमरीका के आंतरिक सुरक्षा विभाग की रिपोर्ट में सामने आया कि पिछले साल 1,27,435 भारतीय छात्र अमरीका पहुंचे। इनमें से 4,400 छात्र वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी वहां रुके रहे। कुल 21 हजार से ज्यादा भारतीय नागरिक तय समय पूरा होने के बाद भी अमरीका में रुके।
